Meeting: डीएम की अध्यक्षता में एंटी भू-माफिया पोर्टल व राजस्व विभाग की समीक्षा बैठक
Meeting: कुशीनगर जिलाधिकारी महेंद्र सिंह तंवर ने कलेक्ट्रेट सभागार में एंटी भू-माफिया पोर्टल और राजस्व विभाग के महत्वपूर्ण बिंदुओं पर समीक्षा बैठक की।
बैठक में उन्होंने सभी उप जिलाधिकारियों (एसडीएम) को निर्देश दिए कि जनपद में शासन की मंशा के अनुरूप भू-माफियाओं के चिन्हीकरण के लिए तहसीलवार विशेष सघन अभियान चलाया जाए।
उन्होंने कहा कि यदि कोई भू-माफिया पाया जाता है, तो तहसील और जिला समिति आख्या प्रस्तुत कर कड़ी कार्रवाई करे।
पूर्व में चिन्हित भू-माफियाओं के मामलों में प्रभावी पैरवी करने और किसी भी प्रकार की ढिलाई न बरतने के निर्देश दिए गए।
जिलाधिकारी ने जोर देकर कहा कि जनपद में किसी भी माफिया को पनपने नहीं दिया जाएगा।
सभी एसडीएम को निर्देश दिए गए कि वे तहसीलवार भू-माफियाओं को सूचीबद्ध करें और भूमि कब्जे में शामिल गिरोहों की विस्तृत आख्या प्रस्तुत करें।
तहसील समितियों को सतर्कता और सक्रियता के साथ कार्रवाई करने को कहा गया।
साथ ही, विभिन्न विभागों की अतिक्रमित जमीनों की सूचना उपलब्ध कराने और ग्रामीण स्तर पर भूमि प्रबंधक समिति के तहत निहित जमीन को कब्जा-मुक्त कराने के निर्देश दिए गए।
उन्होंने तहसीलदारों को मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष और कृषक दुर्घटना बीमा योजनाओं के लंबित मामलों का शीघ्र निस्तारण करने का निर्देश दिया, ताकि कोई भी मामला लंबित न रहे।
वरासत के मामलों पर विशेष ध्यान दे :डीएम
वरासत के मामलों पर विशेष ध्यान देने, एंटी भू-माफिया पोर्टल की नियमित समीक्षा करने और नगर निकाय क्षेत्रों में संपत्ति रजिस्टर तैयार करने के लिए कहा गया,
जिसमें कब्जा-मुक्त और कब्जायुक्त भूमि का निरीक्षण कर विवरण दर्ज किया जाए।
जिलाधिकारी ने विभागों की भूमि आवश्यकताओं के लिए चिन्हीकरण और आवंटन प्रस्ताव तैयार करने, मुसहर समुदाय के परिवारों को भूमि पट्टा आवंटित करने, और खतौनी में छोटी-मोटी प्रशासनिक त्रुटियों को तहसीलदार व उप जिलाधिकारी द्वारा स्वतः संज्ञान लेकर सुधारने के निर्देश दिए।
फसल क्षति, जनहानि, और पशुहानि की रिपोर्ट प्रस्तुत करने तथा आपदा पीड़ितों को अनुग्रह सहायता राशि दिलाने पर भी जोर दिया गया।
उन्होंने धारा 24, 34, 80, और 116 के लंबित मामलों के निस्तारण, धारा 24 के तहत पत्थरनसब की कार्रवाई को निरंतर जारी रखने, और सभी पीठासीन अधिकारियों को राजस्व संहिता के अनुरूप गुणवत्तापूर्ण वाद निस्तारण करने के निर्देश दिए।
बैठक में एडीएम (वित्त एवं राजस्व) वैभव मिश्रा, एडीएम (न्यायिक) पी.के. राय, एसडीएम व्यास नारायण उमराव, मो. जफर, अनिल कुमार यादव, आशुतोष, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, और संबंधित अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।