Love affair :सास की जिद, 3 घंटे समझाने के बाद भी बेटी के मंगेतर के साथ रहने का फैसला,शादी से पहले हुई थी फरार
Love affair: अलीगढ़ के मडराक थाना क्षेत्र के मनोहरपुर कायस्थ गांव में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है,
जहां 38 वर्षीय सास सपना देवी अपनी बेटी की शादी से 10 दिन पहले, 6 अप्रैल को, अपने 20 वर्षीय होने वाले दामाद राहुल के साथ फरार हो गई थी।
यह घटना तब और चर्चा में आई जब दोनों 16 अप्रैल को दादों थाने में सरेंडर कर लौटे।
शुक्रवार को परिवार परामर्श केंद्र में तीन घंटे की काउंसलिंग के बावजूद सपना अपने पति के साथ लौटने को तैयार नहीं हुई और स्पष्ट रूप से राहुल के साथ ही रहने की जिद पर अड़ी रही। आखिरकार, पुलिस ने उसे राहुल के सुपुर्द कर दिया।
काउंसलिंग में क्या हुआ?
परामर्श केंद्र में प्रयासः शुक्रवार दोपहर 12 बजे पुलिस लाइन स्थित परिवार परामर्श केंद्र में सपना और उनके पति जितेंद्र को बुलाया गया।
महिला पुलिस और काउंसलरों ने बच्चों की खातिर सपना को समझाया, लेकिन वह नहीं मानी।
पति ने कहा कि वह सम्मान के साथ उसे रखने को तैयार है और शहर में किराए का मकान लेने को भी राजी है, मगर सपना ने साफ इनकार कर दिया।
सपना का अंतिम फैसलाः सपना ने कहा, “मुझे न अकेले में बात करनी है, न कोई तारीख चाहिए। मेरा अंतिम फैसला है कि मैं दामाद के साथ ही रहूंगी।
” उसने यह भी कहा कि जब इतनी बदनामी हो चुकी है, तो वह अब अपना फैसला नहीं बदलेगी।
तीन बजे तक कोई निष्कर्ष न निकलने पर काउंसलरों ने फ् बंद कर सपना को पुलिस के हवाले कर दिया।
मामला और उसकी पृष्ठभूमि
घटना का विवरण: मडराक के मनोहरपुर कायस्थ गांव की शिवानी की शादी दादों के मछरिया नगला गांव के राहुल के साथ 16 अप्रैल को तय थी।
शादी की तैयारियां जोरों पर थीं, कार्ड बंट चुके थे, लेकिन 6 अप्रैल को सपना और राहुल अचानक फरार हो गए।
जितेंद्र ने आरोप लगाया कि सपना घर से 5 लाख रूपये के जेवर और 3.5 लाख रूपये नकद लेकर गई।
पुलिस की कार्रवाई: 10 दिन की तलाश के बाद पुलिस ने दोनों को बिहार-नेपाल बॉर्डर से हिरासत में लिया। गुरुवार को सपना का मेडिकल कराया गया,
और शुक्रवार को काउंसलिंग के बाद उसे राहुल के साथ भेज दिया गया। सीओ इगलास महेश कुमार ने बताया कि सपना अपने पति के साथ जाने को तैयार नहीं थी।
सपना के आरोपः सपना ने पुलिस को बताया कि उसका पति जितेंद्र शराब पीकर मारपीट करता था,
रूपये के लिए तंग करता था, और राहुल से बातचीत पर शक करता था। इससे तंग आकर उसने घर छोड़ा।
राहुल का बयानः राहुल ने कहा कि सपना को उसका पति प्रताड़ित करता था, जिसके चलते वह मरने जा रही थी।
उसने सपना को बचाने के लिए उसके साथ जाने का फैसला किया।
राहुल ने यह भी कबूला कि पहले भी उसका एक अन्य महिला से विवाद हुआ था, जिसे पंचायत में सुलझाया गया था।
गंभीर आरोप और सामाजिक प्रतिक्रिया
जेठानी का सनसनीखेज दावाः सपना की जेठानी ने आरोप लगाया कि सपना ने मेरठ की मुस्कान की तरह अपने पति की हत्या की योजना बनाई थी।
भागने से चार दिन पहले वह जितेंद्र को मथुरा ले जाने की जिद कर रही थी, लेकिन जितेंद्र ने मना कर दिया।
गांव में माहौल: गांव में इस घटना से गुस्सा और सनसनी फैल गई। ग्रामीणों ने सपना की हरकत को शर्मनाक बताया।
गांव की महिलाओं और बच्चों ने उसे समझाने की कोशिश की, लेकिन वह टस से मस न हुई।
वशीकरण का आरोप: राहुल के पिता ओमवीर ने दावा किया कि सपना ने होली के दौरान राहुल को दो ताबीज बांधे थे, जिसके बाद उसका व्यवहार बदल गया। उन्होंने सपना पर वशीकरण का आरोप लगाया।
वर्तमान स्थिति
राहुल और सपना का प्लानः राहुल ने कहा कि वह सपना के साथ मछरिया नगला गांव में रहेगा और मेहनत-मजदूरी करके जीवन चलाएगा।
दोनों के फैसले को राहुल के परिजनों ने स्वीकार कर लिया है। देर रात दोनों गांव पहुंचे, जहां भीड़ जुट गई।
परिवार का दर्द: जितेंद्र और उनकी बेटी शिवानी ने खुद को घर में बंद कर लिया है। जितेंद्र ने कहा कि वह अब बेटी की शादी कहीं और करेंगे।
कानूनी स्थितिः पुलिस ने चोरी के आरोपों की जांच शुरू की है, लेकिन सपना ने जेवर और रूपये ले जाने के आरोपों को गलत बताया।
उसने कहा कि वह केवल 200 रूपये और एक की-पैड फोन लेकर गई थी।
सामाजिक और कानूनी बहस
यह घटना समाज में रिश्तों की बदलती परिभाषाओं और पारिवारिक ढांचे में आ रहे बदलावों को दर्शाती है।
सपना का बिना तलाक लिए राहुल के साथ रहने का फैसला और पुलिस का उसे राहुल के सुपुर्द करना कई कानूनी और नैतिक सवाल खड़े करता है।
यह मामला आने वाले समय में सामाजिक और कानूनी बहस का केंद्र बन सकता है।