Celestial lightning: आकाशीय बिजली का कहर, तीन की मौत, एक घायल, परिवारों में मातम
Celestial lightning: उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले में शुक्रवार सुबह आकाशीय बिजली ने कहर बरपाया। सिरसागंज तहसील के थाना नसीरपुर क्षेत्र के कुतकपुर गांव में मनरेगा कार्य के दौरान दो मजदूरों की बिजली गिरने से मौके पर ही मौत हो गई,
जबकि एक मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गया। वहीं, थाना एका क्षेत्र के पवरई गांव में दूध वितरण के लिए निकले एक व्यक्ति की भी आकाशीय बिजली गिरने से जान चली गई। इन घटनाओं ने मृतकों के परिवारों में कोहराम मचा दिया।
कुतकपुर में मनरेगा मजदूरों पर गिरी बिजली
सुबह से ही फिरोजाबाद में मौसम खराब था। तेज आंधी और बारिश के बीच आकाशीय बिजली कई बार कड़कड़ाई।
कुतकपुर गांव में मनरेगा के तहत खुदाई कार्य में जुटे 15 मजदूरों में से 35 वर्षीय विष्णु पुत्र रामस्वरूप और 35 वर्षीय सत्येंद्र सैलानी पुत्र घमंडी पर अचानक बिजली गिर गई। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।
साथी मजदूर देवेंद्र पुत्र वीरेंद्र गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसे के बाद मौके पर हड़कंप मच गया और ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई।
मृतकों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। घायल देवेंद्र को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है।
पवरई में शादी की खुशियां मातम में बदलीं
दूसरी घटना थाना एका क्षेत्र के पवरई गांव में हुई। यहां 47 वर्षीय जयदयाल पुत्र राजपाल सुबह बाइक से दूध वितरण के लिए निकले थे।
उनकी बेटी की शादी 4 मई को होने वाली थी और घर में तैयारियां जोर-शोर से चल रही थीं। लेकिन आकाशीय बिजली ने उनकी जिंदगी छीन ली।
हादसे की खबर मिलते ही परिवार में चीख-पुकार मच गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
प्रशासन ने लिया संज्ञान, मदद का आश्वासन
घटना की सूचना मिलते ही सिरसागंज तहसीलदार सुशील कुमार, कानूनगो, लेखपाल गौरव और ग्राम प्रधान शिवराज सिंह मौके पर पहुंचे।
तहसीलदार ने बताया कि सरकार की ओर से मृतकों के परिजनों को हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी। प्रशासन ने पीड़ित परिवारों को ढांढस बंधाया और घटना की जांच शुरू कर दी है।
मौसम ने बरपाया कहर
जानकारी के अनुसार, शुक्रवार सुबह से ही फिरोजाबाद सहित उत्तर भारत के कई हिस्सों में तेज हवाओं के साथ मूसलधार बारिश हो रही थी।
मौसम विभाग ने पहले ही बिजली गिरने की चेतावनी जारी की थी। कुतकपुर में हादसे के बाद मनरेगा का कार्य रोक दिया गया।
ग्रामीणों में शोक की लहर
इन हादसों ने कुतकपुर और पवरई गांवों में शोक की लहर फैला दी है। मृतकों के परिवारों के प्रति सहानुभूति जताने वालों का तांता लगा हुआ है।
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि पीड़ित परिवारों को जल्द से जल्द आर्थिक सहायता प्रदान की जाए।